फरीदाबाद में सिख समुदाय के लिए खुला देश का पहला लॉ कॉलेज
फरीदाबाद। (सुधीर शर्मा) 1984 के दंगों में सिखों को न्याय न मिलने से हताश प्रोफेसर नरेंद्र सिंह ने सिख समुदाय के लिए ग्रेटर फरीदाबाद में लॉ कॉलेज की स्थापना की है। प्रोफेसर नरेंद्र सिंह का मानना है कि अगर उनके समुदाय में वकील होते तो उन्हें 1984 के दंगों का न्याय मिल चुका होता। सिख समुदाय के लिए खोला गया यह देश का पहला लॉ कॉलेज है जिसमें 50% सिख समुदाय के बच्चे पढ़ेंगे तो वहीं 25% गरीबी रेखा से नीचे गुजर-बसर करने वाले सिख समुदाय के बच्चों को मात्र ₹1 की फीस में ही लॉ करवाई जाएगी।[caption id="attachment_332035" align="aligncenter" width="700"] फरीदाबाद में सिख समुदाय के लिए खुला देश का पहला लॉ कॉलेज[/caption] सिख समुदाय के लिए खोले गए लॉ कॉलेज का उद्घाटन SGPC अमृतसर के अध्यक्ष सरदार गोविंद सिंह ने किया। उन्होंने इस दौरान कहा कि आज उन्हें खुशी है कि देश में सिख समुदाय के लिए पहला लॉ कॉलेज खोला गया है। उन्होंने कहा कि इस साल समुदाय गुरु नानक देव जी का 550वां जन्म दिवस मना रहा है। जैसे गुरु नानक देव जी गरीब बेसहारा और सभी धर्म की सहायता करते थे उसी राह पर चलते हुए आज प्रोफेसर नरेंद्र सिंह ने इस कॉलेज की स्थापना की है। [caption id="attachment_332036" align="aligncenter" width="700"] फरीदाबाद में सिख समुदाय के लिए खुला देश का पहला लॉ कॉलेज[/caption] वहीं कॉलेज की स्थापना करने वाले चेयरमैन प्रोफेसर नरेंद्र सिंह ने बताया कि 1984 में दंगे के दौरान सिखों पर हुए जुर्म से हताश होकर उन्होंने इस इस कॉलेज की स्थापना की है। उनका मानना है कि अगर उस दौरान सिख समुदाय के अंदर वकील होते तो उन्हें न्याय के लिए जूझना नहीं पड़ता। इसलिए उन्होंने स्पेशल सिख समुदाय के लिए लॉ कॉलेज बनवाया है ताकि सिख समुदाय के बच्चे वकील और जज बनकर समाज की धारा से जुड़े। [caption id="attachment_332037" align="aligncenter" width="700"] फरीदाबाद में सिख समुदाय के लिए खुला देश का पहला लॉ कॉलेज[/caption] यह भी पढ़ें : पी चिदंबरम की गिरफ्तारी पर बोले विज- बकरे की मां कब तक खैर मनाएगी