
नई दिल्ली। कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों के आंदोलन को कवर कर रहे स्वतंत्र पत्रकार मनदीप पूनिया को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोप है कि मनदीप ने दिल्ली पुलिस के एसएचओ से अभद्रता की है। हालांकि इन आरोपों में कितनी सच्चाई है? यह जांच के बाद ही पता चल पाएगा। मनदीप को आज तिहाड़ जेल के कोर्ट कम्प्लेक्स-2 में पेश किया जा सकता है।
इस बीच मनदीप की रिहाई की मांग भी जोर पकड़ गई है। किसान नेताओं से लेकर अकाली दल और कांग्रेस के नेताओं ने मनदीप की रिहाई की मांग की है। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी का कहना है कि किसान आंदोलन कवर कर रहे पत्रकारों को गिरफ्तार किया जा रहा है, उनपर मुकदमें किए जा रहे हैं। कई जगहों पर इंटरनेट बंद कर दिया है। भाजपा सरकार किसानों की आवाज को कुचलना चाहती है लेकिन वे भूल गए हैं कि जितना दबाओगे उससे ज्यादा आवाजें आपके अत्याचार के खिलाफ उठेंगी।
पूर्व केंद्रीय मंत्री व अकाली दल की नेता हरसिमरत कौर बादल ने भी मनजीत पूनिया की गिरफ्तारी पर ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा कि सरकार ने पहले किसानों को बदनाम किया, अब पत्रकारों को कर रही है! उन्होंने एक वीडियो भी शेयर किया है।
First defame farmers, now journalists! After branding farmers anti-national, GoI now arrests journalist #MandeepPunia from Singhu protest site for his courage to expose govt's conspiracy to defame farmers. Shameful how BJP govt is resorting tyranny to stifle people's voices! pic.twitter.com/KlzxcRIln9
— Harsimrat Kaur Badal (@HarsimratBadal_) January 31, 2021
वहीं हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सेलजा ने भी मनदीप की रिहाई की मांग की है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, "किसान आंदोलन को बदनाम करने वालों का पर्दाफाश करने वाले पत्रकार मनदीप पूनिया की गिरफ्तारी की कड़ी निंदा करती हूँ।सरकार अपनी ऐसी दमनकारी नीतियों से बाज आए। दिल्ली पुलिस बिना देरी किए तुरंत मनदीप पूनिया को रिहा करे।"
जानकारी के मुताबिक दिल्ली पुलिस ने धर्मेंद्र सिंह नाम के एक अन्य पत्रकार को भी पकड़ा था, लेकिन उनके द्वारा अपना प्रेस आईडी कार्ड दिखाने के बाद उनको छोड़ दिया गया। दिल्ली पुलिस के मुताबिक पूनिया आंदोलनकारियों के साथ खड़े थे और उनके पास प्रेस आईडी कार्ड भी नहीं था। वह बैरिकेड के दूसरी ओर जाने की कोशिश कर रहे थे। इस बीच उनका पुलिसकर्मी से विवाद हुआ और इस दौरान उन्होंने अभद्रता की। इसके बाद उन्हें हिरासत में लिया गया।