आज ही के दिन Chandigarh को मिला था केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा, यहां पढ़े पूरी जानकारी
ब्यूरो: चंडीगढ़ को द सिटी ब्यूटीफुल भी कहा जाता है। यह देश भर में अपनी बेमिसाल खूबूसरती के लिए जाना जाता है। इस शहर की ग्रीनरी हर किसी को लुभाती है। ट्रैवल के शौकीन लोगों की लिस्ट में यह शहर एक दम टॉप पर रहता है। इस सिटी को इतने योजानाबद्ध तरीके से बसाया गया है कि, जो भी यहां आता है यहां की तारीफ किए बिना नहीं रह पाता है। लेकिन आज बात इस शहर की खूबसूरती की नहीं बल्कि इस प्रदेश के इतिहास की करेंगे। इसमें जानेंगे कि चंडीगढ़ कब केंद्र शासित प्रदेश बना और इसके नाम के पीछे क्या कहानी है।
चंडीगढ़ एक केंद्र शासित प्रदेश है। इसे 1 नवंबर 1966 को यह दर्जा दिया गया था। चंडीगढ़ पंजाब और हरियाणा दोनों राज्यों की राजधानी है। यहां की सड़कें हरे-भरे पेड़ों से घिरी हुई हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, लक्षद्वीप और गोवा के बाद 8.51% प्रतिशत के साथ यह भारत में तीसरा सबसे बड़ा वन क्षेत्र है। इस केंद्र शासित प्रदेश की योजना प्रसिद्ध फ्रांसीसी वास्तुकार Le Corbusier द्वारा बनाई गई है।
चंडीगढ़ शहर के लिए ऐसा कहा जाता है कि सिटी का यह नाम चंडी देवी मंदिर के नाम पर पड़ा है। पिंजौर जाने वाली सड़क पर शिवालिक पहाड़ियों के बीच बसा देवी का यह मंदिर हजारों साल पुराना है। खासतौर पर नवरात्रि के मौके पर यहां भक्तों की अपार भीड़ लगती है। ज़ाकिर रोज़ गार्डन रॉक गार्डन शांती कुंज आर्ट गैलरी कैपिटल कॉम्प्लेक्स सहित अन्य टॉप टूरिस्ट प्लेस हैं।
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