जींद में वाल्मीकि समाज का अनिश्चितकालीन धरना, सड़क हादसे में मौत होने पर मुआवजे की मांग
जींद। हरियाणा के करनाल जिले में किसानों के लघु सचिवालय में धरने के बाद अब जींद जिले में वाल्मीकि समाज के लोगों ने महिलाओं समेत लघु सचिवालय के अंदर डीसी कार्यालय के बाहर डेरा डाल लिया है। दरअसल वाल्मीकि समाज के एक युवक सुनील मौत गोवंश पकड़ते समय सामने से आ रहे एक मोटरसाइकिल द्वारा टक्कर मारने के बाद मौत हो गयी थी। समाज के लोगों का कहना है कि नगर परिषद के ठेकेदार के अंडर काम करते वक्त यह हादसा हुआ था। इसलिए इनके परिजनों को डीसी रेट पर नौकरी और 20 लाख रुपए मुआवजा दिया जाए। समाज के नेता देवीदास वाल्मीकि ने बताया कि तीन दिन पहले सामने से तेज गति से आ रहे मोटरसाइकिल ने सुनील को मारी थी टक्कर, जिसके बाद इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। समाज के लोगों ने तीन दिन से शव का अंतिम संस्कार भी नहीं किया है और बॉडी सामान्य अस्पताल में रखी गई है। यह भी पढ़ें- पंजाब सरकार हरियाणा की आर्थिक स्थिति करवाना चाहती है खराब: धनखड़ यह भी पढ़ें- डिपो होल्डर को रिश्वत लेने का दोषी पाए जाने पर कोर्ट ने सुनाई सजा, लगाया जुर्माना वहीं समाज के लोगों का कहना है कि मृतक की एक ही बेटी है जो एक साल की है। इसलिए जीवन यापन के लिए इनको सुविधा मुहैया कराई जाए| लोगों का कहना है कि जब करनाल में सरकार किसानों को मुआवजा दे सकती है तो गरीबों को क्यों नहीं| उन्होंने बताया कि अगर बीजेपी सरकार सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास बहाल करना चाहती है तो समाज की मांगों को माने।