यूं नहीं नहीं मिला था जयराम ठाकुर को बेस्ट परफॉर्मिंग सीएम का खिताब
शिमला। हिमाचल प्रदेश देशभर में शत प्रतिशत व्यस्क आबादी को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लगाने वाला पहला राज्य बना है। जिसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद तक ने जयराम सरकार के काम की तारीफ की। इसके बाद दावा किया जा रहा है कि हिमाचल सरकार कोविड-19 जैसी महामारी की चुनौती का सफलतापूर्वक सामना कर रही है! इसके अलावा हिमाचल में सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के कारण भी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की चर्चा हो रही है। जनता के बीच भी प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाएं चर्चा की विषय बनी हुई हैं। प्रदेश सरकार ऐसी कई योजनाएं चला रही है जिनका फायदा सीधा गरीब और मध्यम वर्ग तक पहुंच रहा है। हिम केयर योजना हो या आम व्यक्ति को अपनी शिकायत दर्ज करवाने के लिए मुख्यमंत्री हेल्प लाइन योजना, ये योजनाएं जनता के बेहतर स्वास्थ्य और शिकायत निवारण के लिए शुरू की गई हैं। यह भी पढ़ें- इस्तीफे के बाद बोले कैप्टन- मैं अपमानित महसूस कर रहा हूं, आगे की राजनीति में मेरा विकल्प खुला यह भी पढ़ें- बाबुल सुप्रियो ने भाजपा को छोड़ TMC का दामन थामा लाइलाइज बीमारियों से जूझ रहे मरीजों के लिए सहारा योजना हो या बेरोजगारों को स्वरोजगार के लिए लोन देने वाली स्वावलंबन योजना ऐसी दर्जनों योजनाएं हैं जिनका लाभ जनता उठा रही है। हाल ही में मंडी में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर लंबे समय से बीमार किशन चंद के घर उनसे मिलने पहुंचे और उनका हाल जाना। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इस दौरान किशन चंद की आर्थिक मदद का एलान किया था और सहारा योजना में शामिल करने के निर्देश भी दिए थे। हिमाचल में ना जाने ऐसे कितने किशन चंद हैं जिनकी मदद के लिए सरकार अभी तक 30 करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि खर्च कर चुकी है। आम लोगों के लिए ये सोच ही मुख्यमंत्री को जनता का सीएम बना रही है। अपनी स्वच्छ और ईमानदार छवि के कारण मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर प्रदेश की जनता के बीच काफी लोकप्रियता हासिल कर चुके हैं। इसका एक उदाहरण यह भी है कि साल 2020 में भी जयराम ठाकुर भाजपा शासित राज्यों में बेस्ट परफॉर्मिंग मुख्यमंत्री चुने गए थे। आईएएनएस-सी वोटर सर्वे में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को देश भर में 7वां रैंक मिला था, जबकि बीजेपी शासित राज्यों में सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री के रूप में उभरे थे।