New Update
आरबीआई (RBI) ने एक बार फिर ब्याज दरें बढ़ा दी हैं। में बढ़ोतरी की है। ये लगातार चौथी बार है कि आरबीआई ने चौथी बार रेपो रेट में बढ़ोतरी की है। केंद्रीय बैंक ने नीतिगत ब्याज दर में 50 बेसिस अंक की बढ़ोतरी की है। इसके साथ ही रेपो रेट 5.90 फीसदी पहुंच गया है। ये तीन साल में सबसे अधिक है। मई से रेपो रेट में 1.90 फीसदी की बढ़ोतरी की जा चुकी है।
महंगाई पर काबू पाने के लिए केंद्रीय बैंक लगातार रेपो रेट में इजाफा कर रहा है। बीते महीने पांच अगस्त को भी RBI ने रेपो रेट में 0.50 फीसदी का इजाफा किया था। रेपो रेट बढ़ने से होम लोन और दूसरे लोन पर ब्याज दरें बढ़ जाएंगी मतलब सभी प्रकार के लोन बढ़ जाएंगे। महंगे हो जाएंगे।
केंद्रीय बैंक की मॉनीटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) की बैठक में रेपो रेट में बढ़ोतरी का फैसला किया गया। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने इस मीटिंग में लिए गए फैसलों की जानकारी दी। दास ने कहा कि बैठक में 6 में से पांच सदस्यों ने रेपो रेट बढ़ाने के लिए हामी भरी है।
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि कोरोना महामारी, रूस-यूक्रेन वॉर के बाद एक और तूफान वैश्विक केंद्रीय बैंकों द्वारा आक्रामक मौद्रिक नीतियों से उत्पन्न हुआ है। आरबीआई गवर्नर का कहना है कि FY24 के Q1 में महंगाई दर 5 फीसदी रह सकती है। मॉनसून के देरी से लौटने के कारण सब्जियों की कीमतों पर असर हुआ है। भारत का GDP ग्रोथ आज भी सबसे बेहतर है। FY23 की दूसरी छमाही में मांग बेहतर रहेगी। FY23 Q2 में GDP ग्रोथ 6.3% रह सकती है।