सूरज वशिष्ठ ने U-17 वर्ल्ड कुश्ती चैंपियनशिप में जीता गोल्ड मेडल, 32 साल बाद देश को दिलाया पदक
रोहतक/सुरेंद्र सिंह: हरियाणा की माटी से अनेक खिलाड़ियों ने देश और विदेशों में मेडल जीत कर देश और प्रदेश का नाम रोशन किया है। इटली में हो रही U-17 वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में रोहतक जिले गांव रिठाल के रेस्लर सूरज वशिष्ठ ने ग्रीको रोमन के 55 किलो भार में गोल्ड मेडल जीत कर देश की झोली में डाला है। सूरज ने 32 साल बाद देश को गोल्ड जीताकर देश-प्रदेश का मान बढ़ाया है। सूरज मेहर सिंह अखाड़ा रोहतक में तीन चार साल से कुश्ती का अभ्यास कर कर रहा है। मेडल जितने के बाद सूरज ने खुशी जाहिर की है। वो इस जीत के श्रेय अपने कोच को दे रहे हैं। आगे उनका सपना है की वे देश के लिए ओलंपिक में मेडल जीत कर लाएं। गोल्ड मेडल जितने के बाद सूरज अपने अखाड़े में पहुंचे और वहां पर उसके साथी पहलवानों ने उसका फूल मालाओं के साथ स्वागत किया। सूरज के कोच ने कहा कि उसने मेडल के लिए कड़ी मेहनत की है। वह सुबह शाम अखाड़े में तीन तीन घंटे रोजाना प्रैक्टिस करता था। अखाड़े में कोच और उसके साथी पहलवानों ने उसका भरपूर साथ दिया। सूरज ने कहा कि कोच रणबीर ढाका की कड़ी लग्न से यह संभव हो सका। सरकार को तरफ से कोई अब तक आर्थिक मदद नही मिली है। घर के आर्थिक स्थिति भी अच्छी नहीं हैं। पहलवानी में खर्चा दूध,घी,बादामका होता है। दोस्त पैसों की मदद करते रहते हैं। अखाड़े से भी सहयोग मिल जाता है। अभ अगले टूर्नामेंट की तैयारी करूंगा। मेरा सपना एशियन गेम्स और ओल्पमिक में गोल्ड मेडल जीत कर लाना।