उफान पर घाघरा नदी...जनजीवन अस्त-व्यस्त, कई गांव बाढ़ की चपेट में आए
लखनऊ/ज्ञानेंद्र शुक्ला: तीन बैराजो से 7.30 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद से घाघरा नदी अपने उफान पर है। पिछले कई दिनों से घाघरा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। जिससे टाण्डा व आलापुर तहसील के दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में आ गए है। इन गांवों की कई एकड़ फसल जल मग्न होकर बर्बाद हो गई है। नदी के किनारे बसे गांव में लोगों के घरों तक पानी पहुंच चुका है। लोग जैसे तैसे अपना सामान समेटने पर मजबूर है। प्रशासन भी बाढ़ को लेकर सतर्क है, बाढ़ चौकिया स्थापित कर दी गई है। अधिकारी भी लगातार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे है। घाघरा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ने से नदी के किनारे की फसलों को भारी नुकसान हुआ है। अब टाण्डा नगर के कई मोहल्लों में भी बाढ़ का पानी पहुंच गया है नगर मोहल्ला, अलीगंज, राजघाट, छज्जापुर, चौक हनुमानगढ़ी, घसियारी टोला, रौजा, नेहरूनगर , मेहनिया आदि जगहों पर पानी पहुंच जाने की वजह से लोग घरों में कैद होने पर मजबूर हो गए है। इन मोहल्ले के लोगो का आरोप है कि अभी तक कोई भी प्रशासनिक मदद इन लोगो तक नही पहुँच सकी है। लोग खुद ही नाँव के सहारे एक दूसरे की मदद कर रहे है। आलापुर तहसील क्षेत्र में भी बाढ़ की स्थिति भयावह है। घाघरा के किनारे गांवो में बाढ़ का पानी घुस गया है, जिससे गांव के लोगो का दैनिक जीवन प्रभावित है। साथ ही जानवरो के चारे की समस्या भी खड़ी हो गई है। बाढ़ का पानी गांवो में घुस गया है। लोगों को परेशानी न हो इसके लिए बाढ़ चौकियां और मेडिकल कैम्प लगाए गए है। तहसीलदार आलापुर ने बताया कि आलापुर क्षेत्र के दो गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। राजस्व टीम लगातार गांवो का निरीक्षण कर रही है। लगभग दोनो गांवो के 700 परिवार प्रभावित हैं। इनके लिए राहत शिविर बनाया गया है। 5 नावों को भी तैयार किया गया है।