अशोक अरोड़ा तुम भी...
Arvind Kumar
September 10th 2019 04:29 PM --
Updated:
September 10th 2019 04:31 PM
चंडीगढ़। (संजय मल्होत्रा) इनेलो से नेताओं और कार्यकर्ताओं का पलायन पिछले काफी समय से जारी है। पर अशोक अरोड़ा का पार्टी से जाना निश्चित रूप से पार्टी के लिए सबसे बड़ा झटका है। अशोक अरोड़ा इनेलो में चौटाला परिवार से बाहर सबसे अहम चेहरा थे। करीब 15 साल तक वह पार्टी की सूबा इकाई के अध्यक्ष रहे। जब जब भी इनेलो की सरकार बनी तो सरकार में उन्हें अहम औहदों से नवाजा गया। चौधरी देवी लाल के जमाने में इनेलो से जुड़ने वाले अशोक अरोड़ा 1990 में पहली बार विधायक बने। इनेलो कार्यकाल के दौरान वह विधानसभा के स्पीकर भी रहे। आखिरी ओम प्रकाश चौटाला सरकार में भी वह परिवहन मंत्री बनाए गए थे।