कर्नाटक से शुरू हुए हिजाब विवाद की आग अब पूरे देश में फैल गई है। सभी राजनीतिक दलों के नेताओं से लेकर आमआदमी तक इस मुद्दे पर अपने तर्क दे रहे हैं। हिजाब विवाद में अब AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी की एंट्री हो गई है। हिजाब का समर्थन करते हुए ओवैसी ने बड़ा बयान दिया है।
ओवैसी ने तेलंगाना में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ' अगर हिजाब पहनने का फैसला हमारी बेटियां करती है और अपने अब्बा या अम्मी से कहती हैं कि उन्हें हिजाब पहनना है तो अब्बा या अम्मी भी कहेंगे की बेटा तू पहन हिजाब हम देखते हैं कौन रोकता है। यही हिजाब पहनी बच्चियां कल डॉक्टर, कलेक्टर, एसडीएम भी बनेंगी। ये बिजनेसमैन भी बनेंगी और एक दिन तुम याद रखना, शायद मैं ज़िंदा नहीं रहूंगा, तुम देखना इस देश की बच्ची हिजाब पहनकर प्रधानमंत्री बनेगी।'
सपा नेता रुबीना खानम ने कहा, "यदि आप भारत की बेटियों और बहनों की गरिमा के साथ खेलने की कोशिश करते हैं, तो उन्हें झांसी की रानी और रजिया सुल्ताना की तरह बनने में देर नहीं लगेगी और उनके हिजाब को हाथ लगाने वालों के हाथ काट दिए जाएंगे।" समाजवादी पार्टी के नेता ने यह भी कहा कि भारत विविधता का देश है और इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि किसी व्यक्ति के माथे पर तिलक है या पगड़ी या हिजाब है।