सेलजा ने विधायकों से की अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन करने की अपील

By  Arvind Kumar March 8th 2021 02:13 PM
सेलजा ने विधायकों से की अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन करने की अपील

चंडीगढ़। हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सेलजा ने कहा कि कृषि विरोधी काले कानूनों को लेकर देश के किसानों के साथ आज पूरे हरियाणा प्रदेश के किसान भाजपा सरकार के खिलाफ आंदोलनरत हैं। किसान आंदोलन को 100 दिन से ज्यादा हो चुके हैं। 200 से ज्यादा किसान इस आंदोलन में शहीद हो चुके हैं। लेकिन सरकार सत्ता के अहंकार में चूर होकर हठधर्मिता पर अड़ी हुई है।
[caption id="attachment_480129" align="aligncenter"]Kumari Selja Appealed to MLA सेलजा ने विधायकों से की अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन करने की अपील[/caption] उन्होंने अपील करते हुए कहा कि हरियाणा में कांग्रेस पार्टी द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर हरियाणा प्रदेश के किसान हितैषी भाजपा-जजपा और निर्दलीय विधायक अपनी अंतरात्मा की आवाज को सुनते हुए 'किसान-मजदूर विरोधी' हरियाणा की भाजपा सरकार का साथ छोड़कर इस निर्णायक लड़ाई में अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन कर किसानों का साथ दें। दरअसल सेलजा चंडीगढ़ स्थित हरियाणा कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में बोल रहीं थी। [caption id="attachment_480130" align="aligncenter"]Kumari Selja Appealed to MLA सेलजा ने विधायकों से की अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन करने की अपील[/caption] सेलजा ने इस दौरान कहा कि हरियाणा की भाजपा-जजपा सरकार अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए प्राइवेट सेक्टर की नई नौकरियों में स्थानीय युवाओं को 75 प्रतिशत आरक्षण का सिर्फ ढोंग पीट रही है। इस फैसले से ना तो प्रदेश का युवा खुश है, ना ही उद्योग धंधे चला रहे लोग। इस सरकार ने फिर एक बार प्रदेशवासियों को जुमला और धोखा दिया है। अपनी विफलताओं से ध्यान बांटने के लिए नए-नए जुमले देना इस सरकार का मार्का बन गया है। खुद भाजपा की नेता और केंद्र में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ही इस फैसले को समझ से परे बता रही हैं। यह भी पढ़ें- बारात से लौट रही कार पेड़ से टकराई, दो युवकों की हुई मौत यह भी पढ़ें- किसानों के हित में सरकार का फैसला, दस दिन पहले शुरू होगी गेहूं की सरकारी खरीद
[caption id="attachment_480131" align="aligncenter"]Kumari Selja Appealed to MLA सेलजा ने विधायकों से की अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन करने की अपील[/caption] पूरे विधेयक में ये रास्ता दिया गया है कि कंपनी को अगर खास स्किल का हरियाणा का नौजवान रोजगार के लिए नहीं मिलता तो बाहरी को रख सकते हैं। इस तरह कोई भी उद्योग बहाना बनाकर स्थानीय युवाओं को आरक्षण से वंचित कर सकता है।

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