कांग्रेस नेता और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिद्धू पर अब एक और मुसीबत में घिर गए हैं। सिद्धू की बहन ने मतदान से महज दो दिन पहले सिद्धू के खिलाफ राष्ट्रीय महिला आयोग में शिकायत दर्ज करवाई है। उन्होंने एक वीडियो जारी कर इस बारे में अपनी बात कही है। सिद्धू के खिलाफ की गई शिकायत में उन्होंने सम्मानजनक जीवन जीने का अधिकार, मानहानि, मेंटल टॉर्चर और चीटिंग जैसे आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि इसको चुनाव से जोड़ना ठीक नहीं है। उनकी कोशिश सिर्फ अपनी मां को इंसाफ दिलाना है।
सिद्धू की बहन सुमन तूर ने कहा, 'मैंने मां के साथ हुए व्यवहार के संबंध में राष्ट्रीय महिला आयोग के पास शिकायत की है। यह कोई चुनावी मुद्दा नहीं है, बल्कि मां को इंसाफ दिलाने की एक कोशिश है। इससे लोगों को भी पता चलेगा कि कोई भी अपने माता-पिता के साथ इस तरह का व्यवहार नहीं कर सकता।'
सुमन तूर ने कुछ दिन पहले चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सिद्धू पर संगीन आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि उनके पिता भगवंत सिंह सिद्धू की मौत के बाद नवजोत सिद्धू ने मां निर्मल भगवंत को बेसहारा छोड़ दिया था। उनकी मां की दिल्ली रेलवे स्टेशन पर लावारिस की तरह मौत हो गई। उन्होंने यह भी कहा कि सिद्धू ने झूठ बोला कि उनके माता-पिता न्यायिक तौर पर अलग हुए थे। अमेरिका से आई सुमन ने कहा कि जब उन्होंने सिद्धू से इस बारे में पूछना चाहा तो उन्हें व्हाट्सऐप पर ब्लॉक कर दिया गया। वो कई बार सिद्धू से मिलने गए, लेकिन उनके परिवार ने घर का गेट भी नहीं खोला। वहीं, सिद्धू और उनके परिवार ने सुमन तूर के आरोपों का खंडन किया था।
गौरतलब है कि नवजोत सिद्धू ने इस मुद्दे को सीधे तौर पर राजनीति से जोड़ा है। उन्होंने कहा कि विपक्षी राजनीति के लिए उनकी मां को 30 साल बाद कब्र से बाहर लाया गया है। उन्होंने कहा कि सिद्धू इतने नीच नहीं थे कि वह अपनी मां के साथ ऐसा व्यवहार करेंगे। ऐसी घटिया राजनीति को जनता कतई बर्दाश्त नहीं करेगी।