नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को राज्यसभा में भावुक हो गए। प्रधानमंत्री आतंकी घटना का जिक्र करते हुए सदन में भावुक हुए। प्रधानमंत्री ने इस दौरान कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद के फोन करने की बात का भी जिक्र किया और कहा कि वो आतंकी घटना की पल-पल की जानकारी उन तक पहुंचा रहे थे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि गुलाम नबी जब मुख्यमंत्री थे, तो मैं भी एक राज्य का मुख्यमंत्री था। हमारी बहुत गहरी निकटता रही। एक बार गुजरात के कुछ यात्रियों पर आतंकवादियों ने हमला कर दिया, 8 लोग उसमें मारे गए। सबसे पहले गुलाम नबी का मुझे फोन आया। उनके आंसू रुक नहीं रहे थे।
जानिए किस बात पर राज्यसभा में भावुक हुए पीएम नरेंद्र मोदी
राज्यसभा में चार सांसदों के विदाई भाषण के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि जो व्यक्ति गुलाम नबी आजाद (विपक्ष के नेता के रूप में) का स्थान लेगा, उसे अपना काम पूरा करने में कठिनाई होगी क्योंकि वह न केवल अपनी पार्टी के बारे में बल्कि देश और सदन के बारे में चिंतित थे।
जानिए किस बात पर राज्यसभा में भावुक हुए पीएम नरेंद्र मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि गुलाम नबी आजाद, शमशेर सिंह, मीर मोहम्मद फैयाज, नादिर अहमद, मैं आप चारों महानुभावों को इस सदन की शोभा बढ़ाने के लिए, आपके अनुभव, आपके ज्ञान का सदन को और देश को लाभ देने के लिए और आपने क्षेत्र की समस्याओं का समाधान के लिए आपके योगदान का धन्यवाद करता हूं।
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