Advertisment

प्रदेश में 18 मंडियों में गेहूं खरीद पर सरकार ने लगाई रोक, यह है वजह

author-image
Arvind Kumar
New Update
प्रदेश में 18 मंडियों में गेहूं खरीद पर सरकार ने लगाई रोक, यह है वजह
Advertisment
चंडीगढ़। हरियाणा सरकार ने प्रदेश में 18 मण्डियों में गेहूं खरीद पर 24 घण्टे के लिए रोक लगा दी है। यह फैसला मंडी में ज्यादा आवक होने के कारण सरकार ने लिया है। इन मंडियों में यमुनानगर में रादौर, कुरूक्षेत्र में थानेसर, पिहोवा, ईस्माईलाबाद, लाडवा और बबैन, करनाल में निसिंग, तरावडी, असन्ध, इन्द्री व नीलोखेडी, अम्बाला में अम्बाला शहर व साहा, कैथल में कैथल, कलायत व चौका, सोनीपत में गोहाना, पानीपत में समालखा शामिल है।
Advertisment
publive-image Wheat procurement Haryana प्रदेश में 18 मंडियों में गेहूं खरीद पर सरकार ने लगाई रोक, यह है वजह इन मण्डियों के पास अतिरिक्त खरीद केन्द्र खोलने के लिए जिला उपायुक्तों को अधिकृत किया गया है। किसान अपनी फसल मण्डी में केवल एस.एम.एस के बुलावे के बाद ही लाएं।
publive-image प्रदेश में 18 मंडियों में गेहूं खरीद पर सरकार ने लगाई रोक, यह है वजह
Advertisment
publive-image प्रदेश में 18 मंडियों में गेहूं खरीद पर सरकार ने लगाई रोक, यह है वजह किसान अपनी सुविधानुसार अपनी फसल बेचने का दिन मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर बदल सकते हैं। धीमे उठान के समाधान के लिए परिवहन प्रबन्धक निर्णय लेंगे। अगर ठेकेदार उठान नहीं करता तो जिला स्तरीय कमेटी को अन्य तरीकों से काम लेने के लिए सरकार ने अधिकृत किया है। publive-image बता दें कि एक अप्रैल से हरियाणा में फसलों की खरीद का कार्य जारी है। पहले कम ही फसल मंडी में आ रही थी लेकिन अब आवक बढ़ने के कारण सरकार को मजबूर होकर कुछ मंडियों में खरीद पर रोक लगानी पड़ रही है। -
haryana-latest-news haryana-news-in-hindi wheat-procurement-haryana %e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a1%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%97%e0%a5%87%e0%a4%b9%e0%a5%82%e0%a4%82-%e0%a4%96%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%a6-%e0%a4%aa%e0%a4%b0 %e0%a4%b9%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%a3%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a1%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%97%e0%a5%87
Advertisment

Stay updated with the latest news headlines.

Follow us:
Advertisment