हरियाणा विधानसभा से एक दिन के लिए प्रतिबंधित हुए अभय चौटाला, असंसदीय व्यवहार का लगा आरोप
हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने कथित असंसदीय व्यवहार को लेकर सोमवार को एकमात्र इनेलो विधायक अभय सिंह चौटाला को शेष दिन सदन की कार्यवाही में भाग लेने से रोक दिया। एक महीने के भीतर यह दूसरी बार है जब ऐलनाबाद विधायक को सदन द्वारा नामित और निलंबित किया गया है।
सोमवार की कार्रवाई प्रश्नकाल के दौरान अध्यक्ष के साथ अभय सिंह चौटाला की बहस के बाद हुई। हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला, जो अभय चौटाला के भतीजे हैं, ने उनके व्यवहार की निंदा की और कहा कि इनेलो विधायक के साथ पहले भी ऐसी ही घटनाएं हुई है।
प्रश्नकाल के दौरान अभय चौटाला ने जानना चाहा था कि क्या सरकार ने 'डार्क जोन' में भूजल स्तर बढ़ाने के लिए कोई कदम उठाया है। डार्क जोन एक ऐसा क्षेत्र है जहां भूजल स्तर काफी गिर गया है। पूरक प्रश्न पूछते हुए उन्होंने कहा कि सरकार को यह बताना चाहिए कि उसने तालाबों के रखरखाव और उनके सौंदर्यीकरण पर कितना पैसा खर्च किया है।
अध्यक्ष ने उन्हें अपने पूरक प्रश्न में उठाए गए मुद्दे पर एक अलग प्रश्न रखने के लिए कहा। इसके बाद अभय चौटाला ने सभापति से बहस शुरू कर दी, जिसके बाद अध्यक्ष ने उन्हें असंसदीय भाषा का प्रयोग करने से परहेज करने को कहा।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि अध्यक्ष के साथ बहस करना पूरे सदन का अपमान है। उन्होंने कहा कि सदस्य को मर्यादा बनाए रखनी चाहिए। अगर ऐसा व्यवहार जारी रहता है, तो अध्यक्ष द्वारा संज्ञान लिया जाना चाहिए।
इनेलो सदस्य द्वारा पक्षपात के आरोपों का जवाब देते हुए अध्यक्ष ने जोर देकर कहा कि वह निष्पक्ष तरीके से सदन की कार्यवाही कर रहे हैं। गुप्ता ने चौटाला से कहा कि आपको अपने शब्द वापस लेने चाहिए, अन्यथा आप सदन छोड़ दें।
हालांकि इनेलो विधायक की ओर से कोई जवाब नहीं आने पर अध्यक्ष ने कहा कि आपका व्यवहार असंसदीय है। प्रश्नकाल के दौरान आप पूरक प्रश्न पूछ सकते हैं, लेकिन आप अध्यक्ष के साथ बहस नहीं कर सकते। पिछले महीने भी अभय चौटाला को स्पीकर ने नामजद कर दो दिन के लिए निलंबित कर दिया था।
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