christmas 2022: जानें क्रिसमस ट्री के बारे में रोचक बातें...कहां से शुरू हुई थी ये परंपरा और भी बहुत कुछ
christmas 2022: रविवार को दुनियाभर में क्रिसमस का त्यौहार मनाया जाएगा। क्रिसमस को लेकर लोगों में खूब जोश देखा जा रहा है। घरों, दुकानों, ऑफिस में क्रिसमस ट्री सजा दिए गए हैं। इस दिन क्रिसमस ट्री का विशेष महत्व होता है। क्रिसमस ट्री को 'मंकी पजल ट्री' भी कहते हैं, इसके नुकीले और खूबसूरत पत्ते होते हैं।
क्रिसमस पर नुकीली पत्तियों वाले पेड़ को विशेष तौर पर सजाया जाता है। क्रिसमस पर क्रिसमस ट्री को रंग-बिरंगी लाइट्स से सजाया जाता हैं। पूरे साल क्रिसमस ट्री प्लांट का खास ख्याल रखना जरूरी है, लेकिन क्या आपको इससे जुड़ी कुछ खास बातें पता हैं।
आइए जानते हैं क्रिसमस ट्री से जुड़ी खास बातें:
1. क्रिसमस ट्री की कहानी प्रभु यीशु मसीह के जन्म से जुड़ी हुई है, कहा जाता है कि जब उनका जन्म हुआ तब उनके माता-पिता मरियम एवं जोसेफ को बधाई देने वालों ने, जिनमें स्वर्गदूत भी थे, एक सदाबहार फर वाले पेड़ को सितारों से रोशन किया था। तब से इस पेड़ को क्रिसमस ट्री के लिए सजाया जाता है।
2. दूसरी मान्यता के अनुसार क्रिसमस ट्री को क्रिसमस पर सजाने की परम्परा जर्मनी से आई। यहां से 19वीं सदी से यह परम्परा इंग्लैंड पहुंची, जहां से सम्पूर्ण विश्व में यह प्रचलन में आ गई।
3. माना जाता है कि इसे घर में रखने से बुरी आत्माएं दूर होती हैं तथा सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है।
4. 25 दिसम्बर से पहले क्रिसमस की जो सबसे अहम तैयारी है उनमें एक क्रिसमस ट्री की सजावट भी है। बड़े-बच्चे-बुजुर्ग सभी क्रिसमस वृक्ष की सजावट में जुट जाते हैं।
5. इन वृक्षों पर मोमबत्तियों, टॉफियों और बढ़िया किस्म के केकों को रिबन और कागज की पट्टियों से बांधा जाता है।
6. क्रिसमस ट्री पर छोटी-छोटी मोमबत्तियां लगाने का प्रचलन 17वीं शताब्दी से शुरू हो गया था।
7. प्राचीन काल में क्रिसमस ट्री को जीवन की निरंतरता का प्रतीक माना जाता था। मान्यता थी कि इसे सजाने से घर के बच्चों की आयु लम्बी होती है। इसी कारण क्रिसमस डे पर क्रिसमस वृक्ष को सजाया जाने लगा।
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