अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा 2020, इस बार नहीं देखने को मिला भव्य देव मिलन
कुल्लू। अंतरराष्ट्रीय दशहरा (International Kullu Dussehra 2020) उत्सव भगवान रघुनाथ की रथयात्रा के साथ शुरू हो गया है। पहली बार केवल 8 देवी देवताओं ने इस शोभायात्रा में भाग लिया और कोरोना के संकट के चलते मात्र 200 श्रद्धालु ही इसमें शामिल हो सके। रथयात्रा में देवता बिजली महादेव, नाग धुम्बल, आदीब्रह्मा, देवता गोहरी, जमलू ऋषि, लक्ष्मी नारायण, देवी हिडिम्बा, त्रिपुरा सुंदरी ने भाग लिया। दोपहर करीब चार बजे भगवान रघुनाथ अपने हारियानों के साथ अपने मन्दिर से ढालपुर के लिए रवाना हुए। यह भी पढ़ें- किसानों ने दशहरे पर जलाए सरकार के पुतले
[caption id="attachment_443378" align="aligncenter" width="700"] अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा 2020, इस बार नहीं देखने को मिला भव्य देव मिलन[/caption] इस दौरान पुलिस प्रशासन के द्वारा लोअर ढालपुर व ढालपुर बाजार को बंद रखा गया। वहीं, ढालपुर में लोगों की भीड़ न हो सके इसके लिए भी जगह जगह पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई। हालांकि रथ मैदान के आसपास लोगो की भीड़ जुट रही थी। लेकिन पुलिस ने लोगों को रथ मैदान से दूर ही रखा और लोगों ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से ही भगवान रघुनाथ की रथयात्रा देखी। [caption id="attachment_443377" align="aligncenter" width="700"] अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा 2020, इस बार नहीं देखने को मिला भव्य देव मिलन[/caption] भगवान रघुनाथ के ढालपुर पहुंचते ही मैदान ढोल नगाड़ों की थाप से गूंज उठा और पूरा मैदान भक्तिमय हो उठा। मैदान आने पर पुजारियों के द्वारा भगवान की पूजा की गई और भगवान को रथ पर विराजमान किया गया। वहीं, देवी भेखली का इशारा मिलते ही रथयात्रा शुरू की गई और भगवान अगले 7 दिनों के लिए ढालपुर के अपने अस्थाई शिविर में विराजमान हो गए। यह भी पढ़ें- नेताजी को फेसबुक पर दोस्ती करना पड़ा भारी [caption id="attachment_443379" align="aligncenter" width="700"] अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा 2020, इस बार नहीं देखने को मिला भव्य देव मिलन[/caption] इस रथयात्रा में 7 देवी देवताओं ने अपने हारियानों के साथ भाग लिया और सभी हारियानों ने फेस कवर के साथ साथ सामाजिक दूरी के नियमों का भी पालन किया। गौर रहे कि इस दौरान लोगों ने जगह-जगह देवी-देवताओं का स्वागत कर आशीर्वाद लिया। माता हिडिंबा, देवता जमलू और लक्ष्मी नारायण ने कहा कि किसी प्रकार से डरने की बात नहीं, दशहरा में कोई अनहोनी नहीं होने देंगे।