उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के कार्यकाल में अपराधियों को हर वक्त यूपी पुलिस का दर सताता रहता है। संगीन अपराध के आरोपी दहशत में रह रहे हैं कि पता नहीं कब किस का एनकाउंटर हो जाए। ऐसा ही एक वाकया मुजफ्फरनगर जिले के ईदगाह पुलिस स्टेशन के पास चल रही चेकिंग के दौरान देखने में आया। चेकिंग के दौरान दो बाइक सवार अचानक डर के भागे और दोनों ने पुलिस के एनकाउन्टर के डर से शामली रोड के पास काली नदी में छलांग लगा दी। दोनों युवकों मे से एककी जान एक बुजुर्ग ने बचाई जबकी दूसरे की लाश लगभग पांच घंटे बाद बरामद हुई। मृतक पर गैंगस्टर और चोरी के सात मुकदमे दर्ज हैं, जबकि बचाए गए युवक पर जानलेवा हमले का मुकदमा दर्ज है। दोनों की पहचान मोहित मलिक पुत्र जसवीर अपने अजय शर्मा पुत्र संजय शर्मा के रूप में हुई है। दोनों बाइक से मुजफ्फरनगर मार्केट जा रहे थे। दोनों युवक पुलिस चेकिंग देखकर बाइक से भागने लगे। पुलिस ने पीछा किया,पुलिस को पीछे आता देख दोनों युवक बाइक छोड़ कर पास की नदी में कूद गए। जव वे डूबने लगे दोनों ने शोर मचाने लगे। पास के खेत में काम कर रहे बुजुर्ग लियाकत ने उनकी आवाज सुनकर उन्हें बाहर निकालने की कोशिश की, लेकिन वह एक युवक अजय शर्मा को ही बचा सका, जबकि मोहित की शव पांच घंटे बाद बरामद हुई।