हथनीकुंड बैराज का बड़ा जलस्तर, हरियाणा-यूपी बॉर्डर पर रेलवे ट्रैक बहा...बड़ा हादसा टला
यमुनानागर/तिलक भारद्वाज: पहाड़ों पर हुई बरसात के बाद हथनीकुंड बैराज से यमुनानगर खतरे के निशान से काफी उपर बहने लगी है। हथनीकुंड बैराज से आज यमुना नदी का जल स्तर 2 लाख 96 हजार क्यूसिक रिकॉर्ड किया गया। यमुनानगर में सहारनपुर में हरियाणा यूपी बॉर्डर पर यमुना का पानी से भूमि कटाव होने के कारण रेलवे ट्रैक धंस गया। अप एंड डाउन दोनों ट्रैक पानी के बहाव में बह गए। हादसे के समय जनसेवा एक्सप्रेस ट्रेन रेलवे ट्रैक पर थी। ट्रेन को इमरजेंसी ब्रेक लगाकर रोका गया। इसके कारण बड़ा हादसा टल गया। फिल्हाल मौके पर युद्व सतर पर काम जारी है, ताकि जल्द से जल्द रेल ट्रेक को चालू कर दिया जा सके। फिलहाल ट्रैक पर ट्रेनों का संचालन रोक दिया गया है। इसके अलावा जलस्तर बढ़ने से यमुना नदी के साथ लगते गांवों में पानी घुसना शुरू हो गया। अब ये पानी यमुनानगर जिले के कई गांवों में पहुंचना शुरू हो गया है। कई गांव बाढ की चपेट में आ सकते हैं। गांव में पानी घुसने के कारण लोगों में काफी रोष है। लोगों का आरोप है कि पानी छोड़ने से पहले किसी प्रकार की सूचना नहीं दी गई। लोग जब सुबह उठे तो गांव पानी से घिरा हुआ था। यमुनानगर जिले के लापरा गांव में पानी घुसने से कई घरों में घरों में दरारें आ गई है। लोगों का कहना है कि कभी भी उनके घर पानी में समा सकते हैं। अभी पानी और आने का खतरा बना हुआ है। लोग अपना सामान समेटकर ऊंचे स्थानों पर जा रहे हैं। फिल्हाल हथनीकुंड बैराज पर अब जलस्तर 2 लाख 50 क्यूसिक पर बह रहा है, जिससे खतरा थोड़ा कम तो हुआ है, लेकिन पहाड़ों पर बरसात हुई तो यह खतरा और भी बढ़ सकता है। यमुना का जलस्तर 72 घंटे के बाद दिल्ली में दस्तक देगा, इससे दिल्ली के निचले इलाके काफी प्रभावित हो सकते है। सिंचाई विभाग यमुनानगर, दिल्ली सिंचाई विभाग को भी इस को भी सूचित कर दिया गया है।