सांसद रामस्वरूप शर्मा की मौत की CBI जांच की मांग को लेकर विपक्ष का सदन में हंगामा

By  Arvind Kumar August 3rd 2021 01:34 PM -- Updated: August 3rd 2021 01:35 PM

शिमला। हिमाचल प्रदेश विधानसभा मानसून सत्र के दूसरे दिन प्रश्नकाल शुरू होने से पहले किन्नौर के विधायक जगत नेगी ने सांसद रामस्वरूप शर्मा की मौत की जांच का मामला सदन में उठाया व नियम 67 काम रोको प्रस्ताव के तहत इस चर्चा की मांग उठाई। जगत नेगी ने बताया कि रामस्वरूप के बेटे जांच की मांग उठा चुके हैं। सांसद की 4 माह मौत के बाद फोरेंसिक की रिपोर्ट तक नहीं आई है।

विधानसभा अध्यक्ष ने इस पर चर्चा के लिए साफ इंकार कर दिया। विपक्ष शोर मचाने लगा व विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि 18 लाख लोगों का प्रतिनिधित्व करने वाले सांसद की मौत की जांच होनी चाहिए।

बढ़ते शोर शराबे के बीच मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर उठे व कहा कि रामस्वरूप भाजपा के सांसद थे। उनकी मौत का भाजपा को नुकसान हुआ। लेकिन रामस्वरूप की मौत दिल्ली में हुई है व दिल्ली क्राइम ब्रांच मामले की जांच कर रही है।

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रामस्वरूप का परिवार उनसे मिला भी है लेकिन उन्होंने जांच की मांग नहीं की, हां, खबरों में जरूर उन्होंने जांच की मांग उठाई है। हिमाचल सरकार के अधीन ये मामला नहीं आता है। इस पर विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने सांसद की मौत पर सीबीआई जांच की मांग उठाई और सलाह दी कि मुख्यमंत्री पत्र लिखकर सीबीआई जांच की मांग करें।

इस पर नारेबाज़ी करते हुए विपक्ष बेल में आ गया। विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार नियम 67 को लेकर बताते रहे और कहा कि इस मामले को 67 के तहत नहीं उठाया जा सकता इसलिए इस पर चर्चा की अनुमति नहीं दी जा सकती। विपक्ष सदन में नारेबाज़ी करता रहा। नारेबाज़ी के बीच विधानसभा अध्यक्ष ने प्रश्नकाल शुरू कर दिया। नाराज़ विपक्ष ने नारेबाज़ी करते हुए सदन से वाकआउट कर दिया।

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