World Happiness Report 2022: ये हैं दुनिया के 10 सबसे खुशहाल देश, भारत से आगे है पाकिस्तान
अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, भारत (India) जैसे देश भले ही विश्व में महाशक्तियों के रूप में उभरकर सामने आ रहे हैं, लेकिन खुशहाली के मामले में इन देशों का नाम काफी नीचे आ जाता है। यूएन की रिपोर्ट (United Nation Report) के मुताबिक, फिनलैंड और डेनमार्क दुनिया के सबसे खुशहाल देशों में शामिल हैं, वहीं तालिबानी हुकूमत से जूझ रहा अफगानिस्तान सबसे नाखुश देश है। संयुक्त राष्ट्र की ओर से शुक्रवार को World Happiness Report 2022 (विश्व प्रसन्नता सूची 2022) जारी की गई है। इसमें भारत को 146 देशों में 136वां स्थान मिला है। वर्ष 2021 में भारत 139वें पायदान पर था, जबकि फिनलैंड लगातार 5वें साल शीर्ष पर बना हुआ है। World Happiness Report 2022 को संयुक्त राष्ट्र स्थायी विकास उपाय नेटवर्क की तरफ से जारी किया गया है। इसमें कोविड-19 और विश्व की अन्य घटनाओं से लोगों पर पड़ने वाले असर पर ध्यान केंद्रित किया गया है। इस साल की रिपोर्ट में यूरोपीय देश फिनलैंड को खुश रहने के मामले में सभी देशों से आगे बताया गया है। इसके बाद डेनमार्क, आइसलैंड, स्विट्जरलैंड, नीदरलैंड, लक्समबर्ग, नॉर्वे, इज़राइल, न्यूजीलैंड को शीर्ष स्थान दिया है। भारत के पड़ोसी देश हैं आगे रिपोर्ट के मुताबिक सूची में पाकिस्तान 121वें पायदान पर है, जबकि बांग्लादेश और चीन क्रमश: 94वें एवं 72वें स्थान पर हैं। युद्धग्रस्त अफगानिस्तान के लोग अपने जीवन से सबसे अधिक अप्रसन्न हैं। उनको लिस्ट में अंतिम पायदान पर जगह मिली है। यूनिसेफ की ओर से अनुमान जताया गया है कि यदि मदद न दी गई तो वहां पांच साल से कम उम्र के दस लाख बच्चे इस सर्दी में भुखमरी का शिकार हो सकते हैं। जिमबाबे (144वें), रवांडा (143वें), बोत्सवाना(142) और लेसोथो का (141वां) स्थान है। इस सूची में अमेरिका को 16वां स्थान मिला है।दुनिया के सबसे खुशहाल देशों की सूची बीते 10 सालों से तैयार की जा रही है। इसे तैयार करने के लिए लोगों की खुशी के आंकलन के साथ-साथ आर्थिक और सामाजिक आंकड़ों को भी देखा जाता है। इसकी गणना के लिए तीन साल के आंकड़ों को लिया जाता है। इसके साथ ही खुशहाली को शून्य से 10 अंक तक के पैमाने पर आंका जाता है। हालांकि संयुक्त राष्ट्र की यह रिपोर्ट रूस के यूक्रेन पर आक्रमण करने से पहले ही बनकर तैयार हो गई थी। इन आधारों पर तैयार की गई सूची रिपोर्ट के सह लेखक जेफरी सैक्स ने लिखा है कि सालों से वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट का बनाने के बाद यह सीखा है कि सामाजिक सद्भाव, उदारता, सरकार की ईमानदारी खुशहाली के लिए बेहद जरूरी हैं। विश्व के नेताओं को यह ध्यान रखना चाहिए। रिपोर्ट बनाने वालों ने कोरोना महामारी के पहले और बाद के समय का इस्तेमाल किया। वहीं लोगों की भावनाओं का तुलनात्मक अध्ययन करने के लिए सोशल मीडिया से भी आंकड़े जुटाए। सूची में शामिल 18 देशों में चिंता और उदासी में वृद्धि देखी गई। लेकिन, क्रोध की भावनाओं में गिरावट देखी गई।