Ayodhya Deepotsav: दुल्हन की तरह सजी रामनगरी अयोध्या, जलाए जाएंगे 17 लाख दीप...पीएम मोदी होंगे शामिल
भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में आज 17 लाख दीये जलाकर रिकॉर्ड बनाया जाएगा। इस दीपोत्सव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बतौर मुख्यातिथि पहुंचेंगे। महर्षि वशिष्ठ की भूमिका पीएम मोदी भगवान श्रीराम का प्रतीकात्मक राज्याभिषेक और आरती भी करेंगे। दीपोत्सव और दिवाली पर पूरी अयोध्या राममयी हो गई है।
रामकथा पार्क को भव्य तरीके से सजाया गया है। रविवार शाम जब यहां पुष्पक विमान रूपी हेलिकॉप्टर से माता सीता व तीनों भाइयों के साथ भगवान श्रीराम उतरेंगें तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के साथ उनका स्वागत करेंगे। पहली बार अयोध्या दीपोत्सव में प्रधानमंत्री के शामिल होने से रामभक्तों में काफी खुशी और उत्साह दिख रहा है।
दीपोत्सव के लिए श्री रामजन्मभूमि पर फूलों की विशेष सजावट की गई है। देश और विदेश से मंगवाए फूलों से साज सज्जा का काम किया गया है। इस बार सरयू पुल पर 20 मिनट तक पटाखों की आतिशबाजी होगी। पीएम मोदी और सीएम सरयू तट पर बने मंच से इसका आनंद लेंगे। पुल व घाटों को फूलों और झालरों से सजाया गया है। इसके साथ ही पीएम 5001 बत्ती की महाआरती करेंगे। साथ ही राम मंदिर निर्माण की प्रगति का भी जायजा लेंगे।
इसके साथ ही रंगोली के लिए 6 क्विंटल सफेद फूल, नीले, पीले, बैंगनी औऱ हरी पत्ती के फूल खासतौर पर सजावट के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं। राममंदिर की सजावट के लिए 40 क्विंटल गेंदा, जरबेरा फूलों के 2 हजार बंडल प्रयोग हुए हैं। इसके साथ कार्नेसन, आर्किड, डेनिम, लिली के फूलों का इस्तेमाल किया गया है।
इस बार का दीपोत्सव पिछली बार से भी भव्य होगा। पिछले साल की तुलना अयोध्या में इस दीपोत्सव पर 5 लाख अधिक दीये जलाए जाएंगे। अयोध्या में इस बार दीपोत्सव पर 17 लाख मिट्टी के दीये जलाकर पिछले साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया जाएगा। इसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड (Genius Book Of World Records) में नाम दर्ज कराने की तैयारी है। पिछले साल श्रीराम की नगरी को 12 लाख दीयों से सजाया के वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया गया था।
राम नगरी के चौराहों चौक और गलियों में भी दीपोत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया जाएगा। चार लाख से ज्यादा दीप अयोध्या के मंदिरों में जलाए जाएंगे। आज और कल अयोध्या में कई देश की रामलीला का मंचन किया जाएगा, जिसमें 7 विदेशी रामलीला के साथ 9 राज्यों के रामलीला कलाकार मंचन करेंगे। 16 झांकियां भी होंगी, जोकि दीपोत्सव में चार चांद लगा देंगी। 5 डिजिटल झांकियां और 11 रामायण कालीन प्रसंगों पर आधारित झाकियां निकाली जाएंगी। इस दौरान सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध होंगे।
रविवार से शुरू हो रहे इस तीन दिवसीय दीपोत्सव समारोह में मलेशिया, रूस, फिजी और श्रीलंका के कलाकार रामलीला की प्रस्तुति देंगे। वहीं, दीपोत्सव के लिए 17 लाख 50 हजार दीपक खरीदे गए हैं। इन्हें जलाने के लिए 3500 लीटर सरसों के तेल का इस्तेमाल होगा। एक साथ तेजी से दीपक जलाए जा सकें, इसके लिए लगभग 22 हजार वॉलिंटियर्स की मदद ली जाएगी। 40 घाटों पर 92 ब्लॉक्स में इन दीपों को जलाया जाएगा।
राम की नगरी के साथ चौराहे पर भी जन सहभागिता के जरिए दीपक सजाए जाएंगे और रंगोली बनाई जाएगी। इस बार भगवान राम लला का आरती-पूजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे।