उत्तराखंड: चार धाम यात्रा के लिए श्रद्धालुओं की संख्या की गई तय, एक दिन में इतने लोग कर पाएंगे दर्शन
बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में प्रदेश सरकार ने क्षमता के अनुसार प्रतिदिन दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की संख्या तय कर दी है। इसके आदेश शनिवार देर शाम जारी कर दिए गए हैं। यह व्यवस्था यात्रा सीजन के पहले 45 दिनों के लिए बनाई गई है।
बदरीनाथ धाम में प्रतिदिन 15 हजार, केदारनाथ धाम में प्रतिदिन 12 हजार, गंगोत्री धाम में प्रतिदिन सात हजार और यमुनोत्री धाम में प्रतिदिन चार हजार तीर्थयात्री ही दर्शन कर सकेंगे। केदारनाथ धाम के लिए छह मई से हेली सेवा शुरू हो जाएगी। इसी दिन केदारनाथ धाम के कपाट खुल रहे हैं।
डीजीसीए की टीम आगामी तीन मई को सभी हेलीपैड का निरीक्षण कर जरूरी औपचारिकताएं पूरी कर उड़ान की अनुमति देगी। इस यात्रा सीजन में नौ हवाई कंपनियां केदारनाथ के लिए उड़ान भरेंगी। केदारनाथ के लिए 20 मई तक सभी हेली टिकटों की बुकिंग हो चुकी है। करीब 15 हजार टिकट बुक है। तीन मई को डीजीसीए की टीम दिल्ली से केदारनाथ धाम व केदारघाटी पहुंचेगी और यहां विभिन्न हेलीपैड का निरीक्षण कर जरूरी औपचारिकताओं की जांच के बाद हवाई कंपनियों को उड़ान भरने की अनुमति देगी।
आगामी तीन मई को अक्षय तृतीया के दिन गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ चारधाम यात्रा शुरू होगी। जबकि केदारनाथ के कपाट 6 मई और बदरीनाथ के 8 मई को कपाट खुलेंगे। कोरोना महामारी के चलते दो साल बाद चारधाम यात्रा पूर्ण रूप से संचालित हो रही है। इस बार चारधामों के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की काफी भीड़ उमड़ने की उम्मीद है।
कैसे कराएं रजिस्ट्रेशन?
आप उत्तराखंड में चार धाम यात्रा के लिए पर्यटन विभाग द्वारा संचालित पोर्टल (https://uttarakhandtourism.gov.in) पर अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं. बीते दो वर्षों से कोरोना संकट के चलते चार धाम यात्रा के प्रभावित होने की वजह से इस वर्ष भारी संख्या में यात्रियों के आने की संभावना है. इसलिए उत्तराखंड सरकार ने यात्रियों के ठहरने की व्यवस्था, खान-पान और पार्किंग की व्यवस्था की है.