हरियाणा चयन आयोग में हुए भर्ती घोटाले पर भूपेंद्र हुड्डा का बयान, कहा: सूटकेस में बंद है पारदर्शिता का दावा
रोहतक: हरियाणा में एक बार फिर चयन आयोग के जरिए हुई भर्तियों में रिश्वत के आरोप लगे हैं। ऐसे में कई अभ्यर्थी अब विजिलेंस की रडार पर है और इनकी लिस्ट भी तैयार की जा रही है। इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने एक बार फिर सरकार पर सवाल उठाए हैं।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा है कि इस मामले की जांच हाईकोर्ट के सिटिंग जज या फिर सीबीआई से करवाई जानी चाहिए। हुड्डा ने आरोप लगाया कि सरकार के संरक्षण के बिना इतना बड़ा भ्रष्टाचार हो ही नहीं सकता। उन्होंने मामले में आयोग के चेयरमैन के इस्तीफे की भी मांग की है और कहा है कि हरियाणा सरकार का पार्दर्शिता का दावा और मेरिट आधार पर भर्तियों का दावा सरकार ने खुद ही किसी सूटकेस में बंद करके रख दिया है। हुड्डा ने कहा कि बहुत सी भर्तियों में पेपर लीक हुए हैं और नौकरियों में खुल कर भ्रष्टाचार हो रहा है।
वहीं, तीन कृषि कानूनों को वापिस लेने को लेकर कहा कि देर आये दुरस्त आये अगर यह फैसला पहले हो जाता तो इतना जान माल का नुकसान नहीं होता, सबसे ज्यादा बधाई के पात्र किसान है जिन्होंने एक साल के लंबे शांति पूर्वक धरना दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि किसानों की आय दोगनी करने का दावा करने वाली सरकार को किसानों की लागत कम करनी पड़ेगी। तब ही किसानों को कुछ फायदा मिल सकता है। किसानों के जो मुद्दे बचे हुए हैं उस पर भी सरकार को बात करनी चाहिए।