Diwali 2023:अयोध्या में 51 घाटों पर जलाए जाएंगे 24 लाख दीये, 'विश्व रिकॉर्ड' बनाना है लक्ष्य
ब्यूरो: रोशनी का त्योहार दीपावली नजदीक है। हममें से हर कोई रोशनी के त्योहार दिवाली का बेसब्री से इंतजार करता है, जो इस साल 12 नवंबर को मनाया जाएगा। गौरतलब है कि रोशनी का शुभ त्योहार भगवान राम की 14 साल के वनवास के बाद अयोध्या वापसी का प्रतीक है। दिवाली 2023 धन और समृद्धि की देवी मां लक्ष्मी की कृपा लेकर आती है।
इस साल 'अयोध्या दीपोत्सव' को ऐतिहासिक बनाने के लिए अयोध्या दिवाली पर 51 घाटों पर 24 लाख दीये जलाकर विश्व रिकॉर्ड बनाने की तैयारी में है आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, उत्तर प्रदेश सरकार ने 21 लाख दीपक जलाने और विश्व रिकॉर्ड बनाने का लक्ष्य रखा है।
अयोध्या के आधिकारिक अधिकारियों के बयान के अनुसार, स्वयंसेवकों, घाट प्रभारियों और घाट समन्वयकों की देखरेख में स्वयंसेवकों की मदद से सभी घाटों पर 60 से 70 प्रतिशत दीपक पहले ही रखे जा चुके हैं।
दीपोत्सव को अलौकिक बनाने के लिए अयोध्या प्रशासन ने सभी संयोजकों व स्वयंसेवकों को दीये, बाती, मोमबत्तियां व अन्य सामग्री का आवंटन सुनिश्चित कर लिया है।
इस बीच, स्वयंसेवकों के लिए दीपक जलाने के लिए 2.5 फीट की जगह अलग रखी गई है और 16 बाई 16 (256) लैंप के ब्लॉक के लिए 4.50 गुणा 4.50 वर्ग फीट की जगह अलग रखी गई है। इसी तरह 14 गुना 14 का भी ब्लॉक बनाया गया है। इन ब्लॉकों में स्वयंसेवकों द्वारा दीप जलाए जाएंगे। हर साल दिवाली बुराई पर अच्छाई, अंधकार पर प्रकाश और निराशा पर खुशी की जीत के प्रतीक के रूप में मनाई जाती है।
देश भर में लोग इस अवसर को विशेष तरीकों से मनाते हैं, विशेष रूप से रंगोली बनाकर, घर पर दिवाली पार्टियों की मेजबानी करके और स्वादिष्ट भोजन और मिठाइयाँ पकाकर। हालाँकि, त्योहार की चल रही लोकप्रियता को प्रदूषण की चिंताओं से नुकसान हुआ है क्योंकि बड़ी संख्या में लोग पटाखे फोड़ते हैं।
51 घाटों पर जलाए जाएंगे दिए
कुलपति ने कहा कि इस बार 51 घाटों पर दिए जलाए जाएंगे। राम की पैड़ी से लेकर चौधरी चरण सिंह घाट तक दिए जलाए जाएंगे। इसके लिए 25 हजार वालंटियर कार्य करेंगे। इसमें विश्वविद्यालय समेत विभिन्न महाविद्यालयों व अन्य स्वयंसेवी संस्थाओं के वालंटियर प्रतिभाग करेंगे। दीपोत्सव को लेकर बच्चे उत्साहित होते हैं और दीपोत्सव पर्व में उत्साह के साथ बच्चे भाग लेते हैं।
- PTC NEWS