विकसित भारत जन संवाद संकल्प यात्रा: केंद्र व राज्य सरकार की जन कल्याणकारी नीतियों को पहुंचा रही जन-जन तक
ब्यूरो : विकसित भारत जन संवाद संकल्प यात्रा गांव-गांव जाकर केंद्र सरकार व राज्य सरकार की जन कल्याणकारी नीतियों को जन-जन तक पहुंचा रही है। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य लोगों को नीतियों के बारे में जागरूक करना है उनकी शत-प्रतिशत परिपूर्णता सुनिश्चित करना है। यह यात्रा देश के कोने-कोने में समाज के सभी वर्गों विशेषकर, वंचित वर्गों तक कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने की एक अनूठी पहल है।
शुक्रवार को यह यात्रा नीलोखेड़ी विधानसभा क्षेत्र के गांव सुल्तानपुर, तखाना कालोनी व गांव पधाना पहुंची। गांव सुल्तानपुर के लोगों ने इस यात्रा का स्वागत किया। वहीं नीलोखेड़ी हल्का के पूर्व विधायक भगवानदास कबीरपंथी ने मुख्यातिथि के तौर पर शिरकत की। इस अवसर पर भगवानदास कबीरपंथी ने इस यात्रा के माध्यम से विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई योजनाओं बारे कर्मचारियों से फीडबैक लिया। यात्रा में शामिल लोगों को संबोधित करते हुए भगवानदास कबीरपंथी ने कहा कि विकसित भारत जन संवाद संकल्प यात्रा का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा गत 15 नवम्बर, 2023 को आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र झारखंड के खूंटी से किया गया है। वहीं हरियाणा में इस यात्रा का शुभारंभ 29 नवम्बर, 2023 से किया गया। हरियाणा में इस यात्रा के दौरान प्रदेशभर में 57 रथ चल रहे हैं, जो एक दिन में कम से कम दो गांवों को कवर कर रहे हैं। यह यात्रा 25 जनवरी, 2024 तक प्रदेश के हर गांव व हर शहर से होकर गुजरेंगी।
उन्होंने कहा कि इस यात्रा के दौरान गरीब वर्गों के लोगों, महिलाओं, युवाओं, किसानों, मध्यम वर्ग के लोगों के लिए केन्द्र व राज्य सरकार की स्कीमों की जानकारी जन-जन तक पहुंचाई जाएगी। ताकि उनके स्कीमों के प्रति जागरूकता पैदा हो और वे इनका लाभ उठा सकें। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के समावेशी विकास की अवधारणा को आगे बढ़ाते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शिक्षा, स्वास्थ्य, कानून-व्यवस्था, महिला सशक्तिकरण, युवाओं के उत्थान और अंत्योदय को हासिल करने के लिए कई अनूठी स्कीमें शुरू की हैं और ऐतिहासिक निर्णय लिए हैं।
परिवार पहचान पत्र के माध्यम से सरकारी सेवाओं और योजनाओं को ऑनलाइन कर देने से इनका लाभ लोगों को घर-द्वार पर ही मिल रहा है। अब गरीब का हक कोई छिन नहीं सकता। पहले उन परिवारों को बी.पी.एल. में शामिल किया गया था जिनकी वार्षिक आय 1 लाख 20 हजार रुपये से कम थी। सरकार ने यह आय सीमा बढ़ाकर 1 लाख 80 हजार रुपये वार्षिक कर दी। इससे 20 लाख नए परिवार, बी.पी.एल. में आ गए हैं। प्रदेश में 42 लाख उन परिवारों को ऑनलाइन बी.पी.एल. राशन कार्ड दिए गये हैं, जिनकी वार्षिक आय 1 लाख 80 हजार रुपये तक है। गरीब लोग धन के अभाव में उपचार से वंचित न रहें, इसके लिए आयुष्मान भारत-चिरायु योजना चलाई जा रही है। इसमें अंत्योदय परिवार को 5 लाख रुपये तक का सालाना मुफ्त इलाज उपलब्ध कराया जाता है। अब तक कुल 87 लाख आयुष्मान भारत-चिरायु कार्डों बनाए जा चुके हैं।
इस योजना में प्रदेश में 8 लाख 50 हजार मरीजों के इलाज के लिए 1088 करोड़ रुपये के क्लेम दिये जा चुके हैं। अब इस योजना में वार्षिक आय की सीमा बढ़ाकर 3 लाख रुपये कर दी है। इससे लगभग 8 लाख और परिवार कवर हो जाएंगे। इन परिवारों को स्वास्थ्य बीमा के रूप में मात्र 1500 रुपये वार्षिक जमा करवाने होंगे। सबको स्वस्थ रखने की दिशा में एक अन्य पहल निरोगी हरियाणा योजना के रूप में की गई है। इस अवसर पर स्कूली बच्चों ने देशभक्ति गीतों की प्रस्तुति देकर सभी का मन मोह लिया। मुख्यातिथि भगवानदास कबीरपंथी ने पाठ्य साम्रगी देकर बच्चों को सम्मानित किया। वहीं यात्रा में लोगों को मौके पर ही पेंशन योजना का लाभ दिया गया।
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