बिजली विभाग का कारनामा, मजदूर को थमा दिया 2 लाख का बिल, भुगतान ना करने पर काटा कनेक्शन
हांसी: शहर में बिजली विभाग के कारनामों की फेहरिस्त में एक और मामला जुड़ा है। इस बार एक मजदूर परिवार को इसका खामियाजा उठाना पड़ा है। मामला बरवाला बाईपास पर नेहरू कॉलेज के पास स्थित कॉलोनी का है। यहां बिजली विभाग ने एक मजदूर के घर 2 महीने का 2 लाख 92 हजार 765 रुपय का बिजली बिल भेज दिया।
आपको यह भी बता दें कि यह बिल किसी लंबी अवधि का नहीं बल्कि दो महीने का है। मजदूर परिवार ने जब 2 लाख 92 हजार 765 रुपय का बिल देखा तो होश उड़ गए। बिल से परिवार सदमे में आ गया। अब इसे ठीक कराने के लिए इधर-उधर अफसरों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। लगातार दौड़-भाग के बावजूद मजदूर की कोई सुनवाई नहीं हो रही है। पीड़ित मजदूरी करके परिवार का काम चलाता है।
[caption id="attachment_564500" align="alignnone" width="700"] बिजली बिल[/caption]
यही नहीं बिल ना देने के कारण विभाग के अधिकारियों ने बिजली का कनेक्शन भी काट दिया और वहां से मीटर उखाड़ कर ले गए। पीड़ित मजदूर गोविंद का कहना है उन्होंने पिछले सभी बिलों का पूरा भुगतान कर दिया था, बावजूद इसके बिजली विभाग के लापरवाह अधिकारियों ने इतना ज्यादा बिल थमा दिया। पीड़ित मजदूर का आरोप है कि बिजली विभाग के दफ्तरों के चक्कर काटने के बाद अभी तक समस्या का हल नहीं निकला है। इस मामले को कई दिन हो चुके हैं,
वहीं बिजली निगम के एसडीओ रणबीर सिंह ने रंगा ने फोन पर बताया कि बिजली बिल ज्यादा आने की जानकारी मिली है। हम बिल की जांच करवाएंगे। अगर इसमें कोई टेक्निकल फॉल्ट है तो उसे दूर कर दिया जाएगा।
[caption id="attachment_564503" align="alignnone" width="700"]
बिजली विभाग उखाड़कर ले गया मीटर[/caption]
मामले की जानकारी मिलने के बाद आम आदमी पार्टी के नेता मनोज राठी मौके पर पहुंचे और उन्होंने गरीब परिवार से मामले की पूरी जानकारी ली। जिसके बाद उन्होने स्वयं काटे गए बिजली के कनेक्शन को जोड़ दिया। साथ ही राठी का कहना था कि बिजली विभाग के अधिकारी बड़ी-बड़ी फैक्टरियों से सांठ-गांठ कर मोठा मुनाफा जुटाने में लगे हुए हैं।
[caption id="attachment_564504" align="alignnone" width="700"]
बिजली बिल आने से परेशान परिवार[/caption]
वहीं दूसरी और जिस परिवार में केवल बिजली के बल्ब प्रयोग किए जाते है वहां पर लाखों रूपये का बिल भेजा जा रहा है। मनोज राठी का कहना है कि जब तक विभाग द्वारा इस बिजली के बिल को शून्य नहीं किया जाएगा वे इसी तरह से डायरेक्ट बिजली का प्रयोग करेंगे। यदि बिजली विभाग के अधिकारी कोई कार्रवाई करना चाहते है तो उन पर कार्रवाई की जाए।