दीपेंद्र हुड्डा बोले- सरकार अपने घमंड में चूर लेकिन आवाज को कुचल नहीं सकती
झज्जर। पेपर लीक, किसान आंदोलन और विधानसभा के बाहर चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ दुर्व्यवहार को लेकर दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने सरकार को जमकर घेरा है। पेपर लीक मामले को लेकर दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि खट्टर सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि बेरोजगारी में प्रदेश नंबर वन है, और पेपर लीक की यह पहली घटना नहीं है बल्कि 26 ऐसे मामले हैं जहां पर पेपर लीक घटनाएं हुई हैं और यह सब कुछ संगठित तरीके से हो रहा है, इसलिए इस मामले की निष्पक्ष सीबीआई जांच होनी चाहिए और इसके साथ-साथ दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि एचएसएससी बोर्ड को भंग किया जाना चाहिए।
दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि उन्होंने संसद के मानसून सत्र में तीन मुद्दों पर बात उठानी चाही लेकिन सरकार ने तीनों ही मुद्दों पर चर्चा करने से मना कर दिया जिसमें की बेरोजगारी महंगाई और किसान आंदोलन के मुद्दे को उठाना था। उन्होंने कहा कि सरकार के पास मेजोरिटी है लेकिन विपक्ष को भी अपनी बात रखने का अधिकार देना चाहिए। दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि संसद सत्र में सरकार की पूरी तरीके से तानाशाही देखने को मिली।
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चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ विधानसभा के बाहर हुए दुर्व्यवहार को लेकर दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि यह घटना सामाजिक और लोकतांत्रिक दृष्टि के साथ ठीक नहीं है यह बड़ी दुखद घटना है। उन्होंने कहा कि सरकार अपने घमंड में चूर होकर विपक्ष की गर्दन पर को कोहनी तो रख सकती है मगर किसान मजदूर की आवाज को कुचल नहीं सकती।
गौरतलब है कि राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा मंगलवार को अपने बादली विधानसभा के कई गांवों के दौरे पर थे। जहां पर पीटीसी न्यूज़ के साथ उन्होंने तमाम मुद्दों पर विशेष बातचीत की।