हरियाणा में 41% से अधिक ग्रामीण परिवार अभी भी जलाऊ लकड़ी पर निर्भर, एलपीजी का नहीं करते उपयोग
ग्रामीण हरियाणा में 41 प्रतिशत से अधिक परिवार अभी भी खाना पकाने के लिए जलाऊ लकड़ी, चिप्स और फसल अवशेषों पर निर्भर हैं, जबकि 3.7 प्रतिशत उपले का उपयोग करते हैं। यह आंकड़ा राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण कार्यालय द्वारा 78वें दौर की मल्टीपल इंडिकेटर सर्वे रिपोर्ट से पता चलता है।
राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में सिर्फ 54.3 प्रतिशत परिवार एलपीजी का उपयोग कर रहे हैं। हालांकि, शहरी इलाकों में एलपीजी का इस्तेमाल बढ़कर 94 फीसदी हो गया है। इसकी तुलना में, पंजाब में 20.4 प्रतिशत ग्रामीण परिवार खाना पकाने के लिए जलाऊ लकड़ी पर निर्भर हैं और 69.3 प्रतिशत एलपीजी का उपयोग करते हैं।
सर्वेक्षण को शुरू में जनवरी-दिसंबर 2020 के दौरान आयोजित करने की योजना बनाई गई थी, लेकिन कोविड महामारी के कारण डेटा संग्रह 15 अगस्त 2021 तक जारी रखा गया था।
ग्रामीण हरियाणा में 3.3 प्रतिशत परिवारों के पास शौचालय और हाथ धोने की सुविधा नहीं है। 4.3 फीसदी घर ऐसे हैं जो पानी और राख या मिट्टी या रेत से हाथ धोते हैं, जबकि 8.2 फीसदी घर सिर्फ पानी से हाथ धोते हैं। 84.2 प्रतिशत ग्रामीण परिवार ऐसे हैं जो पानी और साबुन से हाथ धोते हैं।
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